अक्सर खेलकूद में बच्चों के दांत टूट जाते हैं। उन्हें फेंकना नहीं चाहिए बल्कि उसे लेकर अभिभावक के साथ दंत चिकित्सक के पास जाएं। ये दांत फिर से लगाया जा सकेगा ये बातें बीएचयू के दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय के पूर्व डीन प्रो. विनय श्रीवास्तव ने एक विज्ञप्ति में बताई है। उन्होंने कहा कि दांतों की नियमित सफाई नहीं होने से उनमें सड़न फिर कीड़े लगने लगते हैं। मसूड़े की हड्डी गलने लगती है और समय से पहले ही दांत निकल जाता है। सजगता ही इस समस्या से निजात दिला सकती है। उन्होंने कहा कि दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए हर छह महीने पर दंत चिकित्सक से परामर्श लें। प्रो. विनय ने कहा कि मधुमेह और कैंसर रोगियों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से उनके दांत जल्दी खराब होते हैं। उन्हें ओरल हाईजीन का विशेष ध्यान देना चाहिए