एम्स (नई दिल्ली) के न्यूरोलॉजी विभाग की अध्यक्ष प्रो. मंजरी त्रिपाठी ने कहा कि जिला जरूरी नहीं कि बच्चों को आने वाले मिर्गी के दौरे अनुवांशिक हों। इसे लेकर अभिभावक संशय न पाले। दौरे पड़ने पर घबराएं नहीं बल्कि संभव हो तो दौरे की एक वीडियो जरूर बना लें, जिससे चिकित्सक को आसानी हो सके । आईएमएस बीएचयू के न्यूरोलॉजी और आईएएन चैप्टर वाराणसी की ओर से केएन उडुप्पा सभागार में चल रही आईईएस समर स्कूल के तीसरे दिन मिर्गी पर चर्चा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मिर्गी से घबराए नहीं नियमित इलाज कराएं। आईएमएस बीएचयू के प्रो. आरएन चौरसिया ने कहा कि मिर्गी चौथी सबसे आम न्यूरोलॉजिकल बीमारी है। मिर्गी के सामान्यीकृत दौरे, आंशिक दौरे, जटिल आंशिक दौरे, फेब्रेल मिर्गी, टेंपोरल मिर्गी, मायो क्लोनिक मिर्गी, टोनिक दौरे और एटोनिक दौरे शामिल है। डॉ. परमप्रीत सिंह, डॉ. आरुषि गहलोत सैनी, डॉ. अभिषेक पाठक ने मिर्गी के प्रकारों पर चर्चा की। स्वागत बीएचयू न्यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. विजयनाथ मिश्र ने किया।