नागरी प्रचारिणी सभा परिसर में 6.5 करोड़ रुपये की लागत से ऑडिटोरियम बनेगा। प्रदेश सरकार के पर्यटन और संस्कृति विभाग के सहयोग से सभा परिसर के उत्तरी छोर पर प्रस्तावित इस ऑडिटोरियम में कॉन्फ्रेंस हॉल, ओपन एयर थिएटर और कैफेटेरिया भी बनेंगे। यह जानकारी विश्वेश्वरगंज स्थित नागरीप्रचारिणी सभा में प्रेसवार्ता में प्रधानमंत्री व्योमेश शुक्ल ने दी। उन्होंने कहा कि कार्यदायी एजेंसी के रूप में यूपीपीसीएल का चयन हुआ है। रंगमंच के कलाकारों के लिए यह ऑडिटोरियम सबसे मुफीद स्थान बनेगा। व्योमेश शुक्ल ने बताया कि सभा के पुस्तकालय में मौजूद 25 हजार पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण किया जाएगा। सभा ने 80 पुस्तकों का संकलन कर लिया है। उन्हें जल्द ही विक्रय के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इनमें कबीर, सूर, तुलसी के अलावा ख्यातिलब्ध साहित्यकारों की रचनाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि नागरी प्रचारिणी सभा आने वाले दिनों में कई योजनाओं पर काम शुरू करेगी। पांडुलिपियों का वैज्ञानिक डाटाबेस तैयार करने और इस बौद्धिक संपदा को आम लोगों के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन के साथ बात हो चुकी है। मिशन के निदेशक अनिर्बान दास जल्द ही सभा का दौरा करेंगे।