वाराणसी में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की उपज जल्दी ही विदेश भेजी जाएगी। स्वयंसेवी महिलाएं सिंघाड़ा और केले की खेती करेंगी जिसे निर्यात किया जाएगा। विभिन्न विभागों द्वारा तैयार 511 तालाबों में सिंघाड़ा की खेती होगी। केले की खेती भी की जाएगी। इन महिलाओं को सरकार विशेषज्ञों से प्रशिक्षण भी दिलवाएगी। सीडीओ हिमांशु नागपाल ने बताया कि 5 वर्षों में 511 तालाब बनाए गए हैं। चयनित तालाब समूह की महिलाओं के घर के आस- पास हो, तालाब पूजा के लिए न इस्तेमाल हो रहा हो, तालाब के पास मंदिर न हो इन बातों का भी ध्यान रखा जा रहा है।