झारखण्ड राज्य से शबाना मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहीं हैं की मौसम के कारण महुआ आदि की खेति को नुक्सान हुआ है जिस कारण इनकी रोज़ी रोटी ख़तम हो गई है जिस कारण ये मदद मांग रहीं हैं

राज्य, बहादुरपुर, गुल्लीताड़, से राबिया खातून परिवर्तन वाणी के माध्यम से कह रहीं हैं कि, अभी महुआ आदि का सीज़न था लेकिन बिन मौसम के बारिश ने किसानों का रोज़ी रोटी चीन लिया है

जलवायु परिवर्तन का असर इंसानों के अलावा और भी प्राणियों पर पड़ रहा है। सरकार जलवायु परिवर्तन से लड़ने का प्रयास तो कर ही रही है,लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ...

झारखण्ड राज्य के कोडरमा जिला के बहादुरपुर से श्वेता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, बिना मौसम बारिश के वजह से फसल ख़राब हो गया है। टमाटर में कीड़े लग गए है और तालाब में पानी सुख गए है।

झारखण्ड राज्य के तोपचांची प्रखंड से आशीष कुमार परिवर्तन मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहें हैं कि, मौसम का जो बदलाव हुआ है इसका किसानों की खेती पर बहुत प्रभाव पड़ा है। जैसे की बारिश और ओला गिरने के कारण आम का मंजर झड़ गया है आदि।

झारखण्ड राज्य के डोमचांच प्रखंड से अशोक कुमार परिवर्तन वाणी के माध्यम से कह रहें हैं कि, जलवायु परवर्तन के कारण बिन मौसम की हो रही बारिश से आम के पेड़ में लगे हुए मंजर झड़ गए हैं तथा जेठ मौसम में होने वाले फसलों को भी बिन मौसम की बारिश से नुक्सान हो रहा है

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के डोमचांच से सरिता कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, किसानो को फसल का सही मूल्य नहीं मिलता है

झारखण्ड राज्य के कोडरमा जिला से आशीष मेहता ने परिवर्तन वाणी के माध्यम से बताया कि वर्तमान में किसानों की परेशानी बढ़ते ही जा रही है। किसानों को खेती करने में जो लागत लगता हैं उससे उन्हें काफी नुक्सान पहुँचता है। बाजार में किसानों को सही मूल्य नहीं दी जाती है

झारखण्ड राज्य के कोडरमा ज़िला के गुल्लीटांड़ बहादुरपुर से सानिया परवीन ,परिवर्तन वाणी के माध्यम से कहती है कि ये गरीब परिवार से है। खेती गृहस्ती करती है। इनके क्षेत्र में पानी के साधन की कमी है

झारखण्ड राज्य के कोडरमा ज़िला के डोमचांच प्रखंड के जोड़ासिमर से छत्रधारी सिंह ,परिवर्तन वाणी के माध्यम से बताते है कि जोड़ासिमर में होली आते आते ,फरवरी व मार्च माह आसपास पानी सूख जाता है जिस कारण खेती करने में समस्या होती है। बरसात के समय में कोई समस्या नहीं होती है। वहीं क्षेत्र में तालाब आदि का काम होता है तो उसमे भ्रष्टाचारी की जाती है। बिना पैसा दिए इस पर काम नहीं किया जाता है