झारखण्ड राज्य के कोडरमा ज़िला से सबिता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि पेड़ों की कटाई के कारण जलवायु परिवर्तन हो रहा है। महुवा के समय जंगलों में आग लगाया जाता है जिससे कई पेड़ जल कर नष्ट हो जाते है। अगर पेड़ नहीं रहेगा तो वर्षा नहीं होगी। इससे जलवायु पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। अभी क्षेत्र में धान की खेती नहीं हो रहा है। लोग खरीद कर खा सकते है लेकिन पशु भोजन के लिए परेशान हो जाएंगे। इसीलिए पेड़ लगाना ज़रूरी है