जी आपको बताना चाहेंगे कि कोरोना वायरस से पीडित लोगों में लक्षण,बीमारी बढ़ने के 2 से 14 दिनो के बाद दिखाई देते हैं | यह लक्षण अधिकतर सौम्य होते है और सामन्य रूप मे इनकी उपेक्षा कि जाती है | कुछ लोग के संक्रमित होने के बावजूद, इनमे कोई लक्षण दिखाई नही देते है |कई बार लक्षण ना दिखने पर भी ये संक्रमण हो सकते है। शरीर में वायरस की संख्या एक गंभीर लक्षण वाले व्यक्ति के सामान हो सकते है। इसका मतलब है कि आप उतना ही संक्रमण के संकट में हैं जितना की COVID-19 के सीरियस पेशेंट हैं। यदि आप हाल ही में COVID-19 कन्टेनमेंट ज़ोन से यात्रा करके लौटे हैं, तो आपके साथ साथ उन सभी लोगो को यह संक्रमण हो सकता हैं जो आपके या आपके परिवार के संपर्क में आएं है। ऐसे स्थिति में 14 से 21 दिन की सेल्फ-क्वारंटाइन करना आवश्यक है।कोरोना वायरस से पीड़ित लोगो के लक्षण कुछ इस तरह के होते है – बुखार ,थकान ,सुखी खासी ,नाक का बंध होना ,बहती नाक ,गले कि खराश ,सांस लेने मे कठिनाई। पहले से इस बिमारी से पीडित लोगो से नज़दीकी बनाये रखने से यह वायरस फैलता है | जब इस बीमारी के मरीज़ द्वारा खांसने से या छींकने से जो बूंदे निकलती है। वे बुँदे अन्य जगह में गिर जाती है और किसी स्वस्थ्य व्यक्ति जब उस स्थान या वस्तु के संपर्क में आ जाते हैं और अपने आँखों को या नाक को या मुँह को छूते हैं तो यह वायरस स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर मे प्रवेश करता है | और वह व्यक्ति वायरस के शिकार हो जाते है | इस बिमारी से प्रभावित लोगो से 1 मीटर (3 feet) दूरी बनाई रखनी चाहिए |कोरोना वायरस दुनिया कि सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली वायरस बन चुकि है | अपने आप को बचाने के लिए सर्जिकल मास्क पहने | सेंटर फॉर डिजीज कण्ट्रोल एंड प्रिवेंशन का यह मानना है कि मास्क पहने से इन्फेक्शन का रिस्क कम होता है | अपने आप को बचाने के लिए यह बेहतर है कि आप कोरोना वायरस से पीडित लोग से और जगहों दूर रहे |बुज़ुर्ग लोग और हाई ब्लड प्रेशर, दिल कि समस्याएं और मधुमेह के रोगियों मे यह रोग और खतरनाक रूप ले सकता है | इसके अलावा, पहले से ही किसी रोग के मरीज़ या इम्युनिटी कम होने वाले लोगो पर यह वायरस का ज़्यादा आसानी से प्रभाव पड़ता है।
Comments
जी आपको बताना चाहेंगे कि कोरोना वायरस से पीडित लोगों में लक्षण,बीमारी बढ़ने के 2 से 14 दिनो के बाद दिखाई देते हैं | यह लक्षण अधिकतर सौम्य होते है और सामन्य रूप मे इनकी उपेक्षा कि जाती है | कुछ लोग के संक्रमित होने के बावजूद, इनमे कोई लक्षण दिखाई नही देते है |कई बार लक्षण ना दिखने पर भी ये संक्रमण हो सकते है। शरीर में वायरस की संख्या एक गंभीर लक्षण वाले व्यक्ति के सामान हो सकते है। इसका मतलब है कि आप उतना ही संक्रमण के संकट में हैं जितना की COVID-19 के सीरियस पेशेंट हैं। यदि आप हाल ही में COVID-19 कन्टेनमेंट ज़ोन से यात्रा करके लौटे हैं, तो आपके साथ साथ उन सभी लोगो को यह संक्रमण हो सकता हैं जो आपके या आपके परिवार के संपर्क में आएं है। ऐसे स्थिति में 14 से 21 दिन की सेल्फ-क्वारंटाइन करना आवश्यक है।कोरोना वायरस से पीड़ित लोगो के लक्षण कुछ इस तरह के होते है – बुखार ,थकान ,सुखी खासी ,नाक का बंध होना ,बहती नाक ,गले कि खराश ,सांस लेने मे कठिनाई। पहले से इस बिमारी से पीडित लोगो से नज़दीकी बनाये रखने से यह वायरस फैलता है | जब इस बीमारी के मरीज़ द्वारा खांसने से या छींकने से जो बूंदे निकलती है। वे बुँदे अन्य जगह में गिर जाती है और किसी स्वस्थ्य व्यक्ति जब उस स्थान या वस्तु के संपर्क में आ जाते हैं और अपने आँखों को या नाक को या मुँह को छूते हैं तो यह वायरस स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर मे प्रवेश करता है | और वह व्यक्ति वायरस के शिकार हो जाते है | इस बिमारी से प्रभावित लोगो से 1 मीटर (3 feet) दूरी बनाई रखनी चाहिए |कोरोना वायरस दुनिया कि सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली वायरस बन चुकि है | अपने आप को बचाने के लिए सर्जिकल मास्क पहने | सेंटर फॉर डिजीज कण्ट्रोल एंड प्रिवेंशन का यह मानना है कि मास्क पहने से इन्फेक्शन का रिस्क कम होता है | अपने आप को बचाने के लिए यह बेहतर है कि आप कोरोना वायरस से पीडित लोग से और जगहों दूर रहे |बुज़ुर्ग लोग और हाई ब्लड प्रेशर, दिल कि समस्याएं और मधुमेह के रोगियों मे यह रोग और खतरनाक रूप ले सकता है | इसके अलावा, पहले से ही किसी रोग के मरीज़ या इम्युनिटी कम होने वाले लोगो पर यह वायरस का ज़्यादा आसानी से प्रभाव पड़ता है।
April 29, 2022, 9:50 a.m. | Tags: information covid-pp covid-basic disease health coronavirus COVID21 HIH-COVID