एक छोटे से ग्रामीण क्षेत्र जो की छत्तीसगढ़ की अंतिम सीमा है वहां से कलाकृति में अपनी पहचान बनाकर आकाशवाणी तक का ये सफर भरत लाल हिरेंद्र जी का सुने इस अंक पर