किशनगंज सदर अस्पताल परिसर स्थित एसएनसीयू सरकारी अस्पताल में जन्म लेने वाले बीमार बच्चों के लिए तो कारगर साबित हो ही रहा,वही निजी अस्पतालों में जन्मे बीमार बच्चों के लिए भी जीवन रक्षक साबित होता रहा है,लेकिन अब एसएनसीयू चिकित्सक की कमी है। एसएनसीयू में पदस्थापित मात्र एक चिकित्सक अगस्त माह में पीजी कोर्स करने के लिए अवकाश पर चली गई है। एसएनसीयू में परमानेंट डॉक्टर नहीं रहने की वजह से नवजात के भर्ती के संख्या का ग्राफ में गिरावट आई है।