नरेला ए 4 से हमारी श्रोता , खेले सब संग कार्यक्रम के माध्यम से बताती हैं कि अक्षर और अकार के ज्ञान के लिए घर में रखे वस्तुओं के द्वारा समझाती हैं रैंकों के ज्ञान के लिए घर में रखे मसाले ,सब्ज़ियाँ ,कपड़ों का इस्तेमाल करती हैं।

त्रिलोकपुरी से अनीता,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को गिनती करवा रहे है ,वर्णमाला के अनुसार चीज़ों के बारे में जानकारी भी दे रहे है। इससे बच्चा खेल खेल में गिनती ,रंग और चीज़ों को पहचानना सीख रहा है।

हमारे श्रोता सत्य प्रकाश ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि खेल से बच्चों और अभिभावक का रिश्ता मज़बूत होता है। बच्चों के साथ समय बिताते है तो खेल के ज़रिये बच्चे अच्छी तरह से सीख जाते है।

हमारी श्रोता ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्हें कहानी के माध्यम से बच्चों के साथ खेलने की सीख मिल रही है

दिल्ली के धोबीघाट से सोनी,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्हें खेले सब संग के कार्यक्रम बहुत पसंद आया

हमारी श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि छोटे बच्चों के साथ तरह तरह खेल खेलने चाहिए जिनसे उन्हें कुछ सिख मिल सके

हमारी श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि उन्हें बच्चों के साथ मिलकर खेलना बहुत अच्छा लगता है

हमारे श्रोता प्रियांश ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि उन्हें यह कहानी बहुत अच्छी लगती है

अमुरा केंद्र से इंदु,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि कार्यक्रम में जिस तरह से बच्चों के साथ बन्दर का नाँच कर खेला जाता है,वो अपने बच्चों के साथ भी ऐसे ही खेलती है। उन्हें यह बहुत अच्छा लगता है

शालीमार बाग़ से अनिका की मम्मी खेले सब संग कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि उन्हें यह कार्यक्रम बहुत पसंद आया। कार्यक्रम में बताये गए खेल को वो अपने बच्चों को जरूर खेलाएंगी ।