दिनचर्या यानि रूटीन बच्चे में सुरक्षा व आत्मविश्वास की भावना को बढ़ावा देती है दिनचर्या बनाने से बच्चा रोज़मर्रा की घटनाओं और स्थितियों के बारे में जान और सीख पाता है ,साथ ही ये भी समझ पाता है कि किस समय और स्थिति में उसे क्या कार्य करना है। फ़ोन पर नंबर तीन दबाए और हमें बताए कि आपके अनुसार बच्चों के लिए दिनचर्या होना ज़रूरी है और ऐसा करने में क्या कठिनाइयाँ आ सकती है