हमारी श्रोता साइमा ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि भावनाओं में उलझे बच्चों के लिए वो काफ़ी समय देती है। जब उनका बच्चा डरता है या उदास रहता है तो उसे आँख बंद कर उनकी मनपसंद की चीज़ों पर गौर करने को कहती है ,इससे बच्चा अपना डर भुला देते है। कभी अभी बच्चों को आँखे बंद कर लम्बी साँस लेने की सलाह देती है। इस प्रक्रिया से बच्चों को ख़ुशी मिलती है।