बच्चों को अपनी भावनाओं को समझना पहचानना और उसे नाम देना बहुत जरुरी होता है। इससे वे खुद को जान और संभाल पाते हैं। क्योंकि जब बच्चे अपनी भावनाओं को नाम देना सिख लेते हैं तो वो खुद को बेहतर समझ पाते हैं और अपनी भवनाओं को और स्थितियों को बेहतर संभाल पाते हैं। जब हम बच्चों को अपनी बड़ी भवनाओं को पहचानने में ,उन्हें नाम देने में मदद करते हैं तो उन्हें आगे चल कर उन्हें खुद को समझने में मदद मिलती है। जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है साथ ही अपने आप को बेहतर सँभालने की क्षमता भी