बीआर आंबेडकर लाजपुर से खनक ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है उन्हें खेले सब संग का खेल बहुत अच्छा लगा। वो अपने भाई नामित के साथ बहुत अच्छे से खेल खेलती है। खेलते हुए वो अपने भाइयों से चीज़ों के बारे में पूछती है और उससे रंगों की पहचान करवाती है