हमारी श्रोता सुनीता ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि खेले सब संग का खेल अभिभावक के साथ बच्चों को भी अच्छा लग रहा है। खेले सब संग का कार्यक्रम के माध्यम से अभिभावकों को समझ में आ रहा है कि खेल के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया भी जा सकता है ।अब कहानी से प्रेरित हो कर अभिभावक अपने बच्चों को खेला रहे है। जो पिता पहले अन्य कार्यों में व्यस्त रहते थे वो भी अब ये कहानी को पसंद कर रहे है।