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सरकार द्वारा लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीट आरक्षित करने और गांवों में पीएम आवास योजना के तहत 70 प्रतिशत से ज्यादा मकान महिलाओं को देने से देश में महिलाओं की गरिमा बढ़ी तो है। हालांकि, इन सबके बावजूद कुछ ऐसे कारण हैं जो महिलाओं को जॉब मार्केट में आने से रोक रहे हैं। भारत में महिलाओं के लिए काम करना मुश्किल समझा जाता है. महिलाएं अगर जॉब मार्केट में नहीं हैं, तो उसकी कई सारी वजहें हैं, जिनमें वर्कप्लेस पर काम के लिए अच्छा माहौल न मिल पाना भी शामिल है . दोस्तों, हर समस्या का समाधान होता है आप हमें बताइए कि *----- नौकरी की तलाश में महिलाओं को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। *----- आपके अनुसार महिलाओं के नौकरी से दूर होने के प्रमुख कारण क्या हैं? *----- महिलाओं को नौकरी में बने रहने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?

नमस्कार आदाब साथियों ,मोबाइल वाणी लेकर आया है रोजगार समाचार। सीआईएसएफ द्वारा कांस्टेबल/फायर के कुल 1130 पदों पर भर्ती निकाली गई है। न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 23 वर्ष के उम्र वाले वैसे पुरुष उम्मीदवार जिन्होंने साइंस विषय से 12वीं की कक्षा उत्तीर्ण किया हो ,वे इस पद के लिए आवेदन कर सकते है। आयु सीमा में छूट निर्धारित की गई है। उम्मीदवारों का चयन फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट ,फिजिकल स्टैण्डर्ड टेस्ट ,लिखित परीक्षा ,दस्तावेज़ जाँच प्रक्रिया व चिकित्सीय जाँच के आधार पर किया जाएगा। याद रखिए इस पद पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर 2024 है। तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी। https://cisfrectt.cisf.gov.in/

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छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंदगाँव से वीरेंदर गंदर्व ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मानव का गहना विनम्रता होना चाहिए ,क्षमा करना भी चाहिए। लेकिन वो मन से करना चाहिए और चहरे पर भाव नज़र आना चाहिए। प्रधानमंत्री महोदय में भाव नज़र नहीं आता है ,केवल दिखावा नज़र आता है। घटनाओ की बात जो मणिपुर ,कलकत्ता में हुआ ,उसमे भी प्रधानमंत्री द्वारा कुछ नहीं कहा गया। उन्हें कार्यवाही करना तो चाहिए ही साथ ही कुछ बाते भी कही जाए। प्रधानमंत्री अगर माफ़ी मांग भी लिए पर अगर भाव नज़र न आये तो जनता इसे समझ नहीं पाएगी

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दिल्ली राज्य से प्रेम कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जो पुरुष हैं, उन्हें अपनी मानसिकता और दृष्टिकोण बदलना होगा क्योंकि यह केवल महिलाओं की जिमेदारी नहीं है। पानी की व्यवस्था करना भी पुरुषों की जिम्मेदारी है। पुरुष चाहें तो आराम से पानी की व्यवस्था कर सकते हैं। आजकल साइकिल और मोटरसाइकिल उपलब्ध हैं। विभिन्न प्रकार के वाहन हैं जिनसे पुरुष पानी की व्यवस्था कर सकते हैं, इसे केवल महिलाओं के लिए नहीं छोड़ा जाना चाहिए। अगर वे एक साथ काम कर रहे हैं तो पुरुषों को आगे आना चाहिए और महिलाओं और पुरुषों दोनों को एक साथ काम करना चाहिए।

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