प्यार लड़ाई नहीं होती और लड़ाई प्यार नहीं होती। प्यार ही प्यार है। प्यार को अहिंसा में बदले तो वो हो नहीं सकता। जितने लोग पार्टी में शामिल है वो लोग चुनाव लड़ते है ,इसीलिए पार्टी में रहते है। पार्टी टूटती भी है तब भी बोला जाता है कि पार्टी को जोड़ा जा रहा है

होली का प्राचीन नाम फागुन उत्सव था। यह त्यौहार बौद्ध धर्म मानने वाले लोगों का उत्सव था .

मध्यप्रदेश मोबाइल वाणी के माध्यम से आदर्श ने बताया की लोग किसी भी पुलिस को ईमानदारी से काम नहीं करने दे रहे हैं , चाहे वह मीडिया हो , पुलिस हो या रेलवे प्रशासन

मध्यप्रदेश मोबाइल वाणी के माध्यम से आदर्श ने अपनी बात रखी है की विपक्षी दल के नेता , मुख्यमंत्री ये सब गिरफ्तार हो हो रहे है .पक्ष के नेता की भी बारी आएगी उस वक्त या तो वे देश छोड़ कर भाग जायेंगे या गोलियाँ चलायेंगे पक्ष के नेता किसी भी कारन से चुनाव नहीं हारना चाहते है.

मध्य प्रदेश मोबाइल वाणी के माध्यम से आदर्श ने आज की राजनीती के बारे में अपनी राय रखी है और कहा है है की किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया जाए या नहीं , इससे हमारे देश को कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमारे देश के प्रधानमंत्री सिर्फ अपने लोकतंत्र को नीचे लाकर अपनी लोकप्रियता के बारे में बात करना चाहते हैं और लोगों से वोट मांगना चाहते है।

चुनाव लड़ने के लिए कोई पैसों की जरूरत नहीं होती है। पैसों की जरूरत तब होती है जब लोगों को पैसा दे कर उनका वोट माँगा जाता है। विकास के नाम पर झूठ बोला ही जा रहा है

इलेक्ट्रॉनिक बम देश में काला धन ख़त्म करने के लिए नहीं लाया गया है ,पार्टी को गबन का चंदा मिलने के लिए लाया गया। इसमें पार्टी को कुछ न कुछ डिटेल होता था। जिसमे लोगो के साथ फ्रॉड हो रहा था

एक वर्ष पहले लॉक डाउन चल रहा था। सब काम में प्रतिबन्ध लगा दिया गया था। अचानक 2021 में उत्तरप्रदेश की बारी आई तो वह मृत की लाशों को हटाने का काम नहीं हो रहा था। जिसमे लोगों की चर्चा शुरू हुई। लोकतान्त्रिक व्यवस्था में कुछ लोगों को बोलने का अधिकार नहीं है

कई लोकतान्त्रिक व्यवस्था में अलग - अलग चालों का इस्तेमाल किया गया है और उसका इस्तेमाल करने के बाद ये लोग देश का सबसे बड़ा देश नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा देश हैं । लोकतांत्रिक व्यवस्था बता रही है । विज्ञान और शिक्षित लोग इस प्रणाली के बारे में बहुत अच्छी तरह से जानते हैं ।

भारत सरकार की किसी न किसी योजना में कोई न कोई त्रुटि ज़रूर होता है। योजना अब जातिवादी हो गया है। उच्च जाति को लाभ मिलेगा परन्तु निचली जाति वाले को कोई लाभ नहीं