छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंदगांव ज़िला से वीरेंदर ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि महिलाओं को मनोरंजन का साधन समझा जाता है , पुरुष समाज ही यह रीत बना रखे है। गीतकार ,कवि ,फिल्मों में लड़कियों की सुंदरता ,छेड़छाड़ को दर्शाया जाता है। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। ऐसे धारावाहिक बनना चाहिए जिसमे महिलाओं की इज्जत करना सिखाया जाना चाहिए। महिलाओं की काबिलियत ,मेहनत की तारीफ नहीं होती है जितनी उनकी खूबसूरती की होती है