छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंदगाँव ज़िला से वीरेंदर ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है किअगर माता पिता नशा के कारण झगड़ा करे या न करे ,बच्चों पर तनाव पड़ता ही है। जिनके घर में नशा करने वाले व्यक्ति है वो माहौल को ख़राब करते ही है। ऐसे में बच्चों को पहले से ही आदत बना लेनी चाहिए। ऐसी स्थिति में बच्चे खुद को कही और व्यस्त कर लें। जब माहौल शांत हो जाए तो वो घर वापस आ जाए। अगर व्यक्ति में संकल्प हो जाए तो व्यक्ति में बड़ा से बड़ा बुरा लत छूट जाता है।फिल्मों के कारण भी लोग नशा में डूबता है ,इसिलए ऐसी फिल्मों को बनाना चाहिए जिससे अच्छी सीख मिल पाए