छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंद गांव से विरेंद्र , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि जल्दबाजी नहीं होगी और शादी समय पर पूरी होगी और यह सच्ची इच्छा से होगी, तब चारों ओर खुशी होगी। सबसे पहले, विवाह बिना धूमधाम के होना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो सबसे बड़ी बात जो मैं कहता हूं वह यह है कि शादी से पहले लड़के और लड़की की शारीरिक जांच की जानी चाहिए ताकि किसी भी तरह की बीमारी न हो। अगर आपको कहीं मंदिर जाना है, अदालत जाना है और शादी करनी है, तो आकर समाज में पार्टी दें, तो यह शादी सबसे अच्छी होगी और पार्टी में जरूरत से ज्यादा खर्च न करें क्योंकि कई बार आपको बार में ज्यादा कर्ज चुकाना पड़ता है। यदि ऐसा है, तो विवाह ऐसा होना चाहिए कि किसी पर किसी भी प्रकार का बोझ न हो, न ही दहेज का कोई बोझ हो, न ही किसी का कोई ऋण हो जिसे बाद में चुकाना पड़े। कम लागत वाली शादियां और भव्य शादियां करके एक उदाहरण दें, तो लोगों को एक नया संदेश मिलेगा और जो लोग सरकारी शादी करना चाहते हैं, वे भी ऐसा कर सकते हैं।