छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंदगाँव से वीरेंदर गंदर्व ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि छोटे बच्चे इशारों में ही कई बाते कहते है। बच्चे अपने गहरी बात भी इशारों से समझाते है। माता पिता अगर बच्चों के इशारों को समझ जाएगी तो बहुत अच्छा है , बच्चों के साथ घुल मिल कर रहे है। उनके साथ खेले। बच्चों के साथ बच्चा बन जाए। अगर बच्चों को विकसित करना है तो उन्हें इशारों में ,प्यार से बच्चे की तरह ही समझाए ,इससे बच्चे जल्दी समझेंगे।