छत्तीसगढ़ राज्य के जिला राजनांदगांव से वीरेंदर गंदर्व मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं की हिंसा जो रही है उसपर न ही कर्म का और सरकार का कोई दोष है। इसपर हमारे विचार का दोष है क्योकि अगर बुरे विचार आएंगे तो बुरे कर्म होंगे। वह कहते है कि कुछ ऐसे असामाजिक तत्व होते है जो नहीं चाहते है कि देश में शांति बनी रही,इसलिए धर्म के नाम पर दंगे कराये जाते है। वह कहते है कि हमे शांति बनाये रखने के लिए धर्म की बात करनी चाहिए तथा मानवता को अपनाना चाहिए तभी दंगे को रोका जा सकता है।