छत्तीसगढ़ राज्य के जिला राजनंद गाओं से मोबाइल वाणी के माध्यम से वीरेंदर गंदर्व बोल रहें हैं की कानून की जानकारी होने के बाउजूद भी महिलाएं अपनी सुरक्षा नहीं कर पाती है। क्यूंकि महिला ही महिला की मदद नहीं करना चाहती है। महिला थाना में जब महिला कोई शिकायत लेकर जाती है तो उसे वापस लौटा दिया जाता है की घर का मामला है घर में और आपस में देख और समझ लो। जब महिला ही महिला इस तरह की बात करेगी तो महिला कानून बनने का क्या मतलब रह जायेगा। वही कुछ महिलाएं महिला कानून का दुरपयोग भी करती है इसलिए कार्रवाई बराबर होनी चाहियें। कानून बनाना तो बहुत आसान है लेकिन महिला को महिला का साथ देना होगा तभी शोषण के बिरुद्ध सफलता मिल पायेगी