छत्तीसगढ़ राज्य के जिला राजनंद गाओं से मोबाइल वाणी के माध्यम से वीरेंदर गंदर्व बोल रहें हैं की इन्होने लैंगिक भेद बहुत होता है। जिस प्रकार से लड़को को हमेशा गाडी और लड़की को गुड़िया खिलोने में दिया जाता है। इसी तरह लड़की को ज्यादा नहीं पढ़ाया जाता है और लड़को के पढ़ाई पर पूरा ध्यान दिया जाता है। लड़की रात को देर तक बहार रहें तो बहुत सव्वल होते हैं लेकिन वही लड़को के साथ ऐसा कुछ भी नहीं। तो ये भेदभाव पढ़े-लिखे लोग भी करते हैं। आज के आधुनिक युग में हम शिक्षित और विकसित है तो हमे ये लैंगिक भेदभाव और लड़का-लड़की में अंतर को समाप्त करना होगा तभी हम आगे बढ़ पाएंगे