मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिले से योगेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि, जिले के अधिकांश कॉलेज में सालों से प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हुए हैं। कॉलेज प्रभारियों के भरोसे चल रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग में रिक्त पदों का सीनियर प्रोफेसरों को प्रमोट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। लेकिन यह व्यवस्था भी विवाद में उलझ गई है। लगातार कम होते स्टॉप और बढ़ते बोझ के कारण कॉलेज का कामकाज प्रभावित हो रहा है। वहीं उच्च शिक्षा विभाग ने आरक्षण वर्ग को छोड़ सालों से प्रोफेसरों को पदोन्नति नहीं किए हैं। जिले के 13 शासकीय कॉलेजों में से 11 कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य कॉलेज का संचालन कर रहे हैं। साल 2021 की शुरुआत में ही उच्च शिक्षा विभाग ने बिना वित्तीय भार बढ़ाए प्राचार्य के पदों पर रेगुलर प्रोफेसर की नियुक्ति का रास्ता निकाला था। जो अब इससे शिक्षा प्रभावित हो रही है। क्लिक कर ऑडियो सुन सकते हैं।