मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिले से योगेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि, लगातार 2 सालों से गेहूं के भाव में मंदी के कारण निराश किसानों को इस साल दौड़ी खुशी मिलने के आसार लग रहे हैं। दिसंबर व जनवरी माह में हुई बारिश के हो फसल के लिए अमृत साबित हुई है। किसानों का अनुमान है कि इस साल गेहूं की उपज 5 से 7% ज्यादा होगी। इधर बीते 9 दिन से अनाज बाजार में गेहूं के दाम में अचानक उछाल आ गया है। गेहूं के दाम बुधवार को 2150 रूपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं, जो समर्थन मूल्य 2015 रुपए से 135 रूपये प्रति क्विंटल अधिक है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है, कि जिले में इस साल गेहूं का रकबा लगभग 3 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जबकि 5 साल पहले तक जिले में रबी का सकल रकबा 3 लाख हेक्टेयर के करीब था। इस साल गेहूं की बोनी के बाद किसानों ने 2-3 सिंचाई की थी। जिसके बाद मौआवठे की बारिश के कारण फसलों को काफी अच्छी स्थिति में फायदा हुआ है।