मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिले से योगेश गौतम मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि पिछले 2 सालों से कोरोना संक्रमण के चलते सरकारी इसको ले ठप है। लंबे इंतजार के बाद शासन ने 9वीं से लेकर 12वीं तक के बच्चों को स्कूल खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन सरकारी होटलों को लेकर अभी तक कोई आदेश जारी नहीं हुए। आदिवासी अंचलों के बच्चे इन होटलों में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। लेकिन दूरदराज से आने वाले बच्चे अभी असमंजस में हैं। ऐसी स्थिति में वे मकान का महंगा किराया देकर अपनी पढ़ाई नियमित कर सके। वहीं दूसरी और शासन ने फिलहाल होटलों को खोलने के कोई आदेश नहीं दिए हैं। वहीं जिले में 7 हजार बच्चे ऐसे हैं। जो जनजातीय कार्य विभाग के होटलों में रहकर अपनी पढ़ाई कर अपना भविष्य से मारते हैं, लेकिन दो साल यह आंकड़ा और बढ़ता जा रहा है। मार्च 2019 के लॉक डाउन के बाद सरकारी होटल को बंद कर दिया गया तो दोबारा खोला ही नहीं गया अब पूरे 2 साल बाद 9वी और 11वीं के बच्चों की शिफ्टिंग के मुताबिक पढ़ाई करने के आदेश जारी हुए हैं, लेकिन होटलों को खोलने के आदेश शासन ने नहीं जारी किए हैं। ऐसे में आदिवासी अंचल की से बड़े असमंजस में छात्र होटल में रहकर पढ़ाई करते हैं। वही होटल न खुलने से एक अक्षय भी नहीं लग पा रही है।