झारखण्ड राज्य के जिला धनबाद से कृष्णानंद पण्डे मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि कोरोना काल में बढ़ गई है बाल मजदूरी क्यूंकि एक दो सालों से पढ़ाइयाँ बंद हो गयी है जिनके कारण बच्चे पढ़ाई छोड़ कर कामों में लग गए है क्यूंकि वो भी चाहते है की वो आत्मनिर्भर बने। बहुत से माता पिता ऐसे है जो खुद चाहते है कि पढ़ाई बंद हो गयी है तो कुछ काम करें और प्रताड़ित हो कर किसी फैक्ट्री या अन्य जगहों में काम करने पर मजबूर हो जाते है। लॉकडाउन के समय किसी भी चीज के लिए समय नहीं था परन्तु अब अनलॉक की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गयी है