हाय फ्रेंड्स मै आमिर खान काश मेरा दिल भी कोई कागज़ का टुकड़ा होता रात को तेरी बाहों के तकिये के नीचे सोता हे हे हे हे पहली पहली बार ये चाहत की है कुछ न समझ में आए मै क्या करूँ इश्क़ ने मेरी ऐसी हालत की है कुछ न समझ में आये मै क्या करूँ थैंक यू
हाय फ्रेंड्स मै आमिर खान काश मेरा दिल भी कोई कागज़ का टुकड़ा होता रात को तेरी बाहों के तकिये के नीचे सोता हे हे हे हे पहली पहली बार ये चाहत की है कुछ न समझ में आए मै क्या करूँ इश्क़ ने मेरी ऐसी हालत की है कुछ न समझ में आये मै क्या करूँ थैंक यू