हाय फ्रेंड मैं आमिर खान मेरा मन क्यों तुम्हें चाहे मेरा मन न जाने जुड़ गया कैसे ये बन्धन कैसी ये दीवनगी कैसा ये दीवानापन मेरा मन क्यों तुम्हें चाहे मेरा मन न जाने जुड़ गया कैसे ये बन्धन कैसी ये दीवनगी कैसा ये दीवानापन मेरा मन क्यों तुम्हें चाहे मेरा मन प्यार कहते हैं किसे होता है ये दर्द क्या आज पहली बार ये मैंने जाना दिलरुबा जागी जागी सो गई किस जहाँ में खो गई क्या से क्या मैं हो गई मेरा मन क्यों तुम्हें चाहे मेरा मन.