मध्यप्रदेश के जिला छिंदवाड़ा से दिनकर पातुलकर मोबाइल वाणी के माध्यम से मोबाइल वाणी के खबर का असर को बताते हुए कहते है कि अविरल बहती नदिया जो हमें जीवन देती है ,भोजन देती है, गले को तर कर जाती है अब वह सूखने की कगार पर पहुंचती जा रही है जब भी नदियों के अस्तित्व पर संकट की बात होती है तो लोग गंगा बचाओ नर्मदा बचाओ यमुना बचाओ चंद्रभागा सहेजो जो जैसे नारे लगाते और भूल जाते हैं कि अपने जिले और राज्य में बहने वाली नदियों को जो आगे चलकर इन्हीं बड़ी नदियों में मिलती है।जब तक हम इन छोटी नदियों को नहीं सहेजेगे तब तक बड़ी नदियों को जीवनदान कैसे मिलेगा इस बारे में किसी ने सोचा हो या ना हो पर मोबाइलवानी ने एक सकारात्मक कदम उठाया। छिंदवाड़ा जिला के अंतर्गत परासिया मोहखेड और सौसर से होकर महाराष्ट्र में राज्य में प्रवेश करने वाली कन्हान नदी में अवैध उत्खनन का कार्य किया जा रहा था जिसके कारण इसका अस्तित्व खतरे में पड़ गया था।इससे सम्बंधित कई खबर छिंदवाड़ा मोबाइल वाणी पर प्रसारित किया गया था।जिसका असर यह देखा गया कि प्रशासन की नींद खुली और उनकी पहल से कन्हान नदी पर उत्खनन का कार्य पूरी तरह से बंद करवा दिया गया है। मोबाइलवाणी के इस सकारात्मक प्रयास से अब फिर से जीवित हो पाएगी कन्हान नदी।