भारतीय संस्कृति में नारी के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है।किंतु वर्तमान में जो हालात दिखाई देते हैं, उसमें नारी का हर जगह अपमान होता चला जा रहा है। इसे भारतीय समाज की विडंबना ही कहेंगे कि भारतीय समाज में जैसे-जैसे स्वतंत्रता और आधुनिकता का विस्तार हुआ है, वैसे-वैसे महिलाओं के प्रति अपराध का भी ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा है.. देश में महिलाओ के विरुद्ध घरेलू हिंसा, अपहरण और अगवा, लैंगिक दुव्र्यवहार, कन्या भ्रुण हत्या और ऑनर किलिंग की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं.भारत देश में महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों को रोकने के लिए अनेक कानून पहले से ही बने हुए है. पर क्या महिलाओं के हित के लिए लागू किये गए कानून पर्याप्त है..? आपको क्या लगता महिलाओं के हित में बने अनेकों कानून के बावजुद आखिर सरकार को वन स्टॉप सेंटर खोलने की जरुरत क्यों पड़ा है...? वहीं इसी मुहीम के तहत केंद्र सरकार ने हिंसा से पीड़ित महिलाओं को चिकित्सा, कानूनी और मानसिक सहायता मुहैया कराने के लिए देशभर में 660 ‘वन स्टाप सेंटर’ खोलने का निर्णय लिया है।आप हमें बतायें कि क्या आपके क्षेत्र में वन स्टाप सेंटर बनाया गया है.?यदि हाँ तो क्या आपके क्षेत्र की महिलायें अपनी आवाज उठाने के लिए वन स्टॉप सेंटर तक पहुँच रही है..?आपके क्षेत्र में बने वन स्टॉप सेंटर में मदद के लिए जाने वाली महिलाओं को किस तरह की सुविधायें दी जाती है...? और जाते-जाते आप हमें बतायें की सरकार द्वारा किया गया प्रयास महिलाओं के हित के लिए किस हद तक सफल साबित होगा..?