मध्यप्रदेश राज्य के सतना जिले से नीलम द्विवेदी मोबाईल वाणी के माध्यम से कविता प्रस्तुत कर रही है जिसमे उनका कहना है कि फूलों से नित हँसना सीखो, भौंरों से नित गाना,तरु की झुकी डालियों से नित सीखो शीश झुकाना.सीख हवा के झोंकों से लो कोमल भाव बहाना,दूध तथा पानी से सीखो मिलना और मिलाना,सूरज की किरणों से सीखो जगना और जगाना,लता और पेड़ों से सीखो सबको गले लगाना,मछली से सीखो स्वदेश के लिए तड़पकर मरना,पतझड़ के पेड़ों से सीखो दुख में धीरज धरना।