झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला के झरिया से दीपक कुमार जी मोबाइल वाणी के माध्यम से गीत प्रस्तुत कर रहे है।जिसमें गीत के माध्यम से कहते है कि इतनी शक्ति हमें देना मनका विश्वास कमजोर हो ना,हम चलें नेक रस्ते पे हमसे भूलकर भी कोई भूल हो ना। इतनी शक्ति हमें देना मनका विश्वास कमजोर हो ना।हर तरफ़ ज़ुल्म है बेबसी है,सहमा-सहमा सा हर आदमी है,पाप का बोझ बढ़ता ही जाए,जाने कैसे ये धरती थमी है,बोझ ममता का तू ये उठा ले, तेरी रचना का ये अंत हो ना हम चलें नेक रस्ते पे,हमसे भूलकर भी कोई भूल हो ना हो।
