झारखंड राज्य से दिव्या कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बेटा-बेटी पर आधारित कविता प्रस्तुत कर रही है जिसमें उनका कहना है की बोये जाते हैं बेटे पर उग जाती हैं बेटियाँ,खाद पानी बेटों को,पर लहराती हैं बेटियां,स्कूल जाते हैं बेटे,पर पढ़ जाती हैं बेटियां, मेहनत करते हैं बेटे,पर अव्वल आती हैं बेटियां,हजारों फरमाइश से भरे हैं बेटे,पर समय की नज़ाकत को समझती है बेटियां।