राज्य मध्य प्रदेश के जिला रीवा से गोलू जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि ये नेत्रहीन विद्यालय में पड़ते है और परीक्षा के समय में इन्हे अपनी परीक्षा में सहयोगी के रूप परीक्षा लिखने के लिए राइटर की व्यवस्था करनी पड़ती है और जिसके लिए फीस भी चुकानी पड़ती है।अत: जो बच्चे आर्थिक रूप से समर्थ नहीं या जो गरीब है उन्हें कर्ज लेकर यह राइटर रुपी फीस भरनी पड़ती है।इसलिए मध्य प्रदेश सरकार ध्यान दे और राइटर फीस की व्यवस्था करें।