उत्तराखंड के देहरादून से शौकत अहमद जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि नेत्रहीनों के लिए पुरे भारत देश में कोई सुविधा नहीं है।कश्मीर में नेत्रहीनों के लिए कोई एनजीओ चलायी जाये,कोई मुहीम छेड़ी जाए जिससे नेत्रहीनों की जिंदगी बेहतर बन सके।पुरे भारत देश में सभी नेत्रहीन बेकार पड़े हुए है ,उन्हें समाज में हीन भावना से देखा जाता है ,उन्हों कोई सहारा देने वाला है अधिकारी भी उन्हें नजरअंदाज करते है। नेत्रहीनों का जो हक़ है वह नहीं मिल रहा है ,उनके हक़ छीने जा रहे है।