श्रोताओं,केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा सयुक्त रूप से वृद्धा पेंशन योजना समाज कल्याण विभाग की ओर से प्रदेश के वृद्धजनों को पेंशन के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा हैं । लेकिन वही उसमें बीपीएल की पात्रता लाकर बुजुर्गों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है अब चाहे वह बुजुर्ग किसी भी परिस्थिति का हो उसके पास बीपीएल होगा तभी उसको पेंशन मिलेगी।जहाँ एक ओर बीपीएल के अभाव में विभागों के चक्कर लगाने को बुजुर्ग विवश हैं।वहीँ इस योजना का लाभ सही से और समय पर लाभ न मिलने के कारण वृद्धों के सामने भरण-पोषण का संकट पैदा होता जा रहा है। आपके अनुसार क्या इस योजना में बीपीएल की पात्रता अनिवार्य करना उचित है ? सरकार के कहने के बावजूद बुजुर्गो को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। सरकार द्वारा जितनी भी योजनाए बुजुर्गों के लिए बनाई गयी है,वह असफल साबित हो रही?