श्रोताओ मध्यप्रदेश सरकार ने किसी भी काम के लिए रिश्वत ना लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है ताकि आम जनता बिना परेशानी के अपना काम आसानी से करा सके। और अगर कोई सरकारी अफसर किसी काम के बदले रिश्वत लेते हुए पकड़ा जाता है तो उसपर क़ानूनी करवाई भी की जाती है।रिश्वत लेना कानून के खिलाफ है। फिर भी यहाँ सरकारी अधिकारी खुलेआम रिश्वत लेने से नहीं कतराते। जिस कारण आये दिनों ईओडब्ल्यू का छापा पड़ता रहता है। दोस्तों आपको क्या लगता है इतना कुछ होने के बाद भी क्या कोई सरकरी अफसर बिना रिश्वत लिए कोई काम करता है ? कई लोग अपने काम के बदले रिश्वत देने में असमर्थ होते है ऐसी परिस्थियों में उन लोगो किस तरह ही परेशानियों से गुजरना पड़ता है ? आखिर ईओडब्ल्यू के छापे पड़ने के बाद भी रिश्वत खोरी में कमी क्यों नहीं आ रही है ? कई-कई बार अधिकारी रिश्वत लेते हुए मौके पर ही पकड़े जाते है और फिर इन्हे निलंबित भी कर दिया जाता है फिर भी क्यों ये अधिकारी रिश्वत लेने से बाज़ नहीं आते ? श्रोताओं आपके अनुसार सरकार क्या करे जिससे की ये सरकारी अफसर रिश्वत लेना बंद कर दे? क्या इन भ्रष्ट अधिकारीयों के साथ-साथ आम जनता भी दोषी है ? आपके अनुसार इस रिश्वतखोरी से आम जनता के जीवन में किस तरह की परेशानियां आती है।कई बार इस रिश्वतखोरी के खिलाफ आवाज नहीं उठाई जाती आपके नजर में क्या ये सही है ? इन समस्याओं से कैसे निपटा जाये साथ ही सरकार को इन समस्याओं से निपटने के लिए और क्या करना चाहिए।