फैजाबाद, शान ए अवध का ऐसा नमूना जो लखनऊ से पहले बनाया गया है, खूबसूरत इतना की एक झलक में नजर ठहर जाए, घंटाघर पर बनी मस्जिद या फिर उसके सामने बना लॉयड दरवाजा फैजाबाद के प्रतीक चिन्ह हैं, बेतहाशा भीड़ से भरे बाजार की चिल्लम चिल्ली मैं, चूड़ी बेचता दुकानदार या फिर आलू चाट के लिए आवाज देता ठेलिया वाला। सब कुछ एक से एक उम्मदा बस जरूरत है उस नजर की जो आपको ठहरा दे, रोक दे और कहे की गुरु यही तो चाहिए था। मालूम नहीं की क्या चाहिए था लेकिन बस यही तो एक जगह थी प्रेमिका के लिए चूड़ी, पत्नी के लिए साड़ी, बच्चों के लिए जूते और बाप के लिए कुर्ता पजामा यहां सब कुछ मिलेगा।

दोस्तों, “चलो चलें" इस एपिसोड में में आप सुनेंगे अयोध्या के बारे में, जो अयोध्या के साथ ही साकेत और अवधपुरी भी है। यहाँ आप जानेंगे अयोध्या शहर के इतिहास से लेकर भूगोल तक, खाने के ठिकानों से लेकर घूमने की जगहों तक सबकुछ, जानेंगे उस शहर के बारे में उस शहर के लोगों से कि वे क्या खाते हैं और कहां घूमते हैं ? ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें...

साथियों मोबाइल वाणी लेकर आ रहा है, घुमक्कड़ी का नया कार्यक्रम चलो चलें। जिसमें आप सुनेगें आपके शहर गांव कस्बों की एक नए रोचक अंदाज में घुमक्कड़ी।