संविधान निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने वाले डॉ आंबेडकर ने संविधान सभा में भाषण देते हुए कहा था, कि इसकी असलती खूबसूरती तब है जब इसे इसके वास्तविक स्वरूप में लागू किया जा सके, अन्यथा यह किताब में लिखे कुछ खूबसूरत वाक्यों से ज्यादा कुछ नहीं।