एड्स इस नाम से हम सभी भली भांति परिचित हैं इसका पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम ' यह एक तरह का वायरस है जिसे एचआईवी के नाम से भी जाना जाता है।यह एक जानलेवा बीमारी है लेकिन आज भी लोगों में एड्स को लेकर सतर्कता नहीं है।साथ ही इसे समाज में भेदभाव की भावना से देखा जाता है। एड्स के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। दोस्तों , हम सभी को एड्स को लेकर सतर्क रहना है ,साथ ही लोगों में सर्तकता लाने की भी ज़रुरत है।साथियों, एड्स का उपचार भेदभाव नहीं बल्कि प्यार है। आइये हम सभी मिलकर विश्व एड्स दिवस मनाए और लोगों में एड्स के प्रति अलख जगाए। सतर्क रहें,सुरक्षित रहें
जीडीसी में विश्व एड्स दिवस पर कार्यक्रम ______________________ शासकीय कन्या महाविद्यालय, खरगोन में आज दिनांक 01 दिसम्बर 2023 को प्राचार्य डॉ.एम.के.गोखले के मार्गदर्शन में रासेयो इकाई एवं रेड रिबन क्लब द्वारा विश्व एड्स दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। सर्वप्रथम डॉ. धर्मेन्द्र भालसे ने छात्राओं को एचआईवी वायरस एवं एड्स के फैलने के कारण, उनके लिए उपलब्ध दवाइयां और रोकथाम के बारे में समझाया। तत् पश्चात् कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ.आर.के.यादव ने इस बिमारी की उत्पत्ति से जुड़े रोचक तथ्य बतायें। एड्स कैसे फैलता है यह समझाया। एचआईवी से संक्रमित होने में एवं एड्स होने में फर्क समझाया। इसके बाद डॉ.सुनिल सिंह एवं डॉ.पवन नामदवे ने एड्स के फैलने से जुड़ी भ्रांतियों को देर किया। कार्यक्रम में डॉ.सेवंती डावर, डॉ.मोनिका चौहान सहित अन्य शैक्षणिक स्टाफ एवं छात्राएं उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार रासेयो प्रभारी डॉ.रफिया ने माना।
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शर्म को ज़रा किनारे करके अपने बच्चों को AIDS के बारे में विस्तार से बताएं ताकि वो इस खतरनाक बीमारी से सुरक्षित रहे। साथियो अगर आप भी एड्स से जुडी कोई जानकारी हमसे साझा करना चाहते हैं तो फ़ोन में अभी दबाएं नंबर 3 का बटन और रिकॉर्ड करें अपनी बात।
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