एक बार की बात है एक बड़ा सा जहाज तूफान की वजह से डूब गया उसे जहाज में जितने भी लोग थे वह भी जांच के साथ डूब गए एक आदमी को छोड़कर वह आदमी वहां से बच निकला और एक सुनसान आईलैंड पर जाकर बेहोश हो गया उसने देखा कि वह एक सुनसान आईलैंड पर था जहां पर दूर-दूर तक कोई भी नजर नहीं आ रहा था ऊपर वाले की तरफ देखकर दुआ मांगने लगा कि मेरी मदद करो इस सुनसान आईलैंड पर किसी न किसी को भेज दो लेकिन वहां उसकी मदद के लिए कोई नहीं आया दिन गुजरते गए वह रोज ऊपर वाले से मदद के लिए दुआ करता कुछ दिनों के बाद उसने दुआ करना छोड़ दिया उसने वहां से बचने की उम्मीद होती कभी उसने लड़कियां इकट्ठा की और उनसे एक टेंट बनाया उसने नारियल के झाड़ से बहुत सारे नारियल तोड़े और खाने के लिए मछलियां पकड़ने लगा 15 से 20 दिन गुजर