मेरा नाम लाल परी देवी है ,मैं बिहार का रहने वाला हूँ आईएमटी मानेसर कासन में रहते है। हमलोग के गांव में राशन कार्ड बना हुआ है ,हमलोग कैसे उठा पावेंगे ,वो थोड़ा जानकारी लेना है
मोबाइल वाणी संवादाता साकेत जी कासन से, एक मज़दूर महिला बिहार की रहने वाली थी। वो बता रही थी की, अभी हम हरियाणा में रहते हैं लेकिन राशन कार्ड बिहार का बना हुआ है। तो क्या यहां हरियाणा में राशन मिलेगा या नहीं मिलेगा?
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स्मिता देवी के नाम पर है ,कटोबरा में रहता है सर दिल्ली में ,18 - 20 वर्ष से रह रहा है ,सर इसके पास सारा कागज़ात उसके साथ है सर , उसकी ज़मीन प्लॉट सब लिया हुआ है , और उसका राशन कार्ड नहीं बन रहा है सर ,कई जगह धक्के खाता है बार बार पर अभी तक नहीं बन रहा है यहाँ , तो कैसे बना जाएगा वो सलाह दिया जाए सर , कटोबरा ,दिल्ली में पड़ता है उनचालीस ,वो बताया जाए
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नमस्कार आदाब सत्रियकाल दोस्तों मैं रवि गाज़ियाबाद से मैं बताना चाहता हूँ जैसे की हमने बिहार से झारखण्ड गया या दिल्ली गया चाहे बम्बई गया तो हम एप्प पे अपनी जानकारी डालेंगे फिर भी जानकारी डालने बाद भी राशन अगर नहीं मिलता है तो क्या हम किस तरह से राशन की उपयोग अपने हक़ में ले सकते और कैसे सरकार से वहाँ अपना हक़ ले के खा सकते है। ये भी बताए
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हेलो ,मैं छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ लेकिन चेन्नई में रहता हूँ ,मुझे चेन्नई में राशन कार्ड बनवाना है ,उसके लिए प्रक्रिया क्या क्या है कृपया कर के बताइये
झारखंड राज्य के बोकारो के नावाडीह प्रखंड के गुंजरडीह गाँव में जे.एम्.रंगीला ने प्रवासी मजदूर हीरामन महतो से "ई श्रम कार्ड" के बारे में साक्षात्कार लिया। हीरामन महतो ने बताया कि ये प्रवासी मजदूर हैं और पिछले तीन सालों से महाराष्ट्र में काम कर रहे थे। लोकडाउन में कंपनी बंद होने के कारण अपने घर आए हुए हैं। इन्हें ई श्रम कार्ड के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी है,परन्तु इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी हासिल करना चाहते हैं। अभी तक हीरामन महतो ने ई श्रम कार्ड नही बनवाया है
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Nov. 28, 2022, 12:22 p.m. | Tags: information