दोस्तों, पड़ाव आखिरी है इसका मतलब ये नहीं सफर यहीं खत्म हो गया, बल्कि यहां से तो संघर्ष की नई शुरूआत है. यहां से हमारे सामने खुले हैं कई रास्ते... जिनमें से एक रास्ता है पहल का. साथियों, इस पहल वाले रास्ते पर आपको करना होगा श्रमिक कार्ड बनवाने के लिए आवेदन, आपको जरूरत है एकजुट होने की और संगठित होकर अपने हक के लिए आवाज उठाने की. जिसमें मोबाइलवाणी आपके साथ है.
