फुटपाथ पर, बस स्टॉप पर, रिक्शे पर या फिर किसी खुले मैदान में रात गुजार रहे गरीबों के पास ठंड से बचने का कोई साधन नही है. जबकि यह जिम्मेदारी सरकार की है कि वह उनके लिए आलाव और कंबल की व्यवस्था करे! सुनिए इस बारे में क्या कहती है जनता!
फुटपाथ पर, बस स्टॉप पर, रिक्शे पर या फिर किसी खुले मैदान में रात गुजार रहे गरीबों के पास ठंड से बचने का कोई साधन नही है. जबकि यह जिम्मेदारी सरकार की है कि वह उनके लिए आलाव और कंबल की व्यवस्था करे! सुनिए इस बारे में क्या कहती है जनता!