जलवायु परिवर्तन हमारे जीवन पर क्या प्रभाव डाल रहा है और आने वाले समय में क्या होगा..? वैज्ञानिक लगातार इस पर अध्ययन कर रहे हैं। अब एक नए अध्ययन में चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। दावा किया गया है कि बहुत तेजी से हो रहा जलवायु परिवर्तन भविष्य में कई देशों में सशस्त्र संघर्ष का खतरा बढ़ा रहा है। इसके कारण भविष्य में हिंसा बढ़ेगी। नेचर जर्नल में प्रकाशित हुए अध्ययन में बताया गया है कि जलवायु परिवर्तन ने पिछली सदी से लेकर अब तक संघर्ष के जोखिम को तीन से 20 प्रतिशत तक बढ़ाया है। यह जोखिम आगे आने वाले समय में और भी बढ़ सकता है। अध्ययन में बताया गया कि अगर तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होती है तो लोगों के बीच होने वाले संघर्ष पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव पांच गुना ज्यादा पड़ेगा। संघर्षों के जोखिम में 26 फीसद तक की वृद्धि होने की संभावना है।अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की कथरीन मंच ने बताया कि जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए हमें लगातार हो रहे उत्सर्जनों को कम करने की जरूरत है, यह तभी संभव होगा जब हमें अपनी जिम्मेदारी का अहसास हो और एक दूसरे के सहयोग से काम करने की भावना हो। जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक समस्या है पर लोग अभी जागरूक नहीं हो रहे हैं। जलवायु परिवर्तन की वजह से मौसम में होने वाला चरम बदलाव और उससे उत्पन्न हुई आपदाएं भविष्य में अर्थव्यवस्थाओं, खेती, पशुधन को नुकसान पहुँचाएगी। जिससे की सामाजिक समूहों के बीच असमानता बढ़ेगी। यह कारक जब संघर्ष के अन्य कारकों से मिलेंगे तो हिंसा का रूप ले लेता हैं। यह बात सही है कि इस सदी में जलवायु परिवर्तन का अभूतपूर्व असर पड़ने वाला है। उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन से अभी तक जितने भी प्रभाव सामने आए हैं भविष्य में होने वाले प्रभाव उनसे अलग होंगे। जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान के बारे में जानते हुए भी हम सब सचेत क्यों नहीं हो रहे...? क्या होगा जब पुरे विश्व में जलवायु परिवर्तन के कारण संघर्ष की स्थिति उतपन्न होगी..? क्या हमें अब इस विषय पर गंभीरता से विचार और प्रयास करने की जरूरत नहीं है...? रिकॉर्ड करायें अपने विचार सुझाव और अनुभव अपने मोबाइल में नम्बर 3 दबा कर।