बढ़ता पर्यावरण प्रदूषण और अनियमित दिनचर्या ने ऐसी कई बीमारियों को जन्म ​दे दिया है, जो विज्ञान को हैरान और इंसान को परेशान कर रही हैं. ऐसा ही एक मामला मेरठ में देखने मिल रहा है. जहां शहर के लोग एक रहस्यम बीमारी की चपेट में आ रहे हैं और डॉक्टर्स को भी उनका इलाज नहीं मिल रहा है. जिले में पिछले 12 माह में 70983 मरीज ऐसे मिले हैं, जिन्हें दो से तीन सप्ताह तक 101 डिग्री फॉरेन्हाइट से ज्यादा बुखार रहा. चिकित्सकों ने इनकी लैब में जांच कराई. लेकिन कोई भी बीमारी प्रकाश में नहीं आई. यानी यह पता नहीं चल पाया कि इन लोगों को बुखार आखिर किस वजह से हुआ. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने शासन को रिपोर्ट भेजी है. इस रहस्यमयी बुखार को स्वास्थ्य विभाग ने फीवर ऑफ अनॉन ओरिजिन (अज्ञात कारणों से हुआ बुखार) की श्रेणी में रखा है. अमूमन अगर बुखार होता है तो उसका कारण स्वाइन फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया, टायफाइड और निमोनिया आदि माना जाता है. इनकी जांच कराई जाती है और जांच में ज्यादातर में इनमें से कोई न कोई कारण निकल ही आता है. लेकिन पिछले 12 माह में रहस्यमयी बुखार से महानगर जकड़ा रहा. हालांकि सभी मरीज कुछ माह में ठीक हो गए. क्या आपने अपने क्षेत्र में भी ऐसी किसी रहस्यमय बीमारी या महामारी का प्रकोप देखा है? आपके क्षेत्र में लोग बीमारियों के प्रति कितना जागरूक हैं? हमारे साथ साझा करें अपने अनुभव.