बिहार के अररिया ज़िले में चुनाव दर चुनाव के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के पदस्थापन की स्थिति तो अरसे से चिंताजनक है। इस मायने में सदर अस्पताल सबसे अधिक उपेक्षित है। एक तरफ जहां अस्पताल में प्रति दिन ओपीडी रोगियों के सात सौ से पार होने का दावा विभागीय अधिकारी करते हैं। वहीं दूसरी तरफ पदस्थापित एमबीबीएस डॉक्टरों की संख्या दर्जन भर भी नहीं है। जिला स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में सदर अस्पताल, फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल के अलावा दो रेफरल व सात प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। सभी अस्पतालों को मिला कर डॉक्टरों के कुल करीब 200 पद स्वीकृत हैं, लेकिन सदर अस्पताल सहित जिले भर में सिर्फ चार दर्जन के करीब डॉक्टर ही कार्यरत हैं।