छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा पर रायडीह प्रखंड के मांझाटोली गांव में खेती से आर्थिक सुदृड़ बनने का प्रयास कई किसान कर रहे हैं। इन में से मंचन बेक नाम के एक किसान ने अपने खेत में स्ट्रॉबेरी फल की फसल लगाने की हिम्मत जुटाई, जो कि अब बाज़ार में पहुचाई जा रही है। यह फल किमती है और बाजार में इसकी मांग अधिक है, लेकिन आम तौर पर गुमला जिले में इस फल की खेती अच्छी नहीं होती है। प्रयोग के तौर पर मंचन ने इस फल की फसल तैयार करने की हिम्मत जुटाई। जिला उद्यान कार्यालय गुमला ने फल के उत्पादन के लिए निश्शुल्क पौधा दिया था और टपक सिचाई के लिए उपकरण भी उपलब्ध कराए गए। फल की खेती करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया। सिजेंटा फाउंडेशन ने किसान को तकनीकी सहायता पहुंचायी। फाउंडेशन के पर्यवेक्षक हर सप्ताह फसल को देखने आते थे और आवश्यक मार्गदर्शन दिया करते थे। फल अब बाजार में उतारा जाने लगा है। स्ट्राबरी की फसल से उत्साहित किसान मंचन अब अन्य किसानों को भी फल के उत्पादन के लिए प्रेरित कर रहा है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार आ सके। आर्थिक बदलाव आ सके।